
सबसे पहले आप सब लोगों को एक बड़ा सा धन्यवाद...थैंक यू :D आपने मुझे वोट दिया।
Indiblogger पर ब्लोग्गर ऑफ़ था मंथ में इस पर कविता के अर्न्तगत प्रतियोगिता थी। मैंने भी अपने दोनों ब्लॉग नोमिनेट किए थे। कुल १८३ प्रविष्टियाँ थी और एक हफ्ते का वक्त था वोटिंग के लिए। मुझे इतनी प्रविष्टियाँ देख कर लगा था, जाने लोग किस आधार पर वोट करेंगे। नेट्वर्किंग के नाम पर कम ही लोगों को इतना जानती हूँ की पर्सनली कह सकूँ कि भई हमारे लिए वोट कर दो...अच्छा बुरा जो लिखा है बाद में पढ़ते रहना ;)
पर आप सब का बहुत सहयोग मिला, और वोट भी तो तीसरे पायदान पर आई हूँ। बहुत दिन बाद किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था, और डरते डरते ही लिया था। कुछ वोट तो मिल ही जायेंगे इस भरोसे पर लिया था कि चलो जीरो पर आउट नहीं होंगे :)
सबसे पहले कुश को पकड़ा...तो वो भला आदमी पहले ही वोट कर चुका था मेरे लिए, हम भी बदला टिका आए वोट करके :D अच्छा फील हुआ, काफ़ी और लोगों को पढ़ा। कुछेक ब्लॉग खास तौर से पसंद आए...खास तौर से इंग्लिश के ब्लॉग, क्योंकि अक्सर ऐसा होता है कि मैं हिन्दी ज्यादा पढ़ती हूँ। अंग्रेजी में एक तो स्तरीय लेखन कम मिलता है ब्लॉग पर और दूसरा लम्बी पोस्ट हमको झेली नहीं जाती। आदत डालनी पड़ती है...जो अभी तक हमने डाली नहीं है। अंग्रेजी ब्लोग्स कि संख्या भी इतनी अधिक है कि एक अच्छा ब्लॉग ढूंढ़ना माने भूसे के ढेर में सुई ढूंढ़ना हुआ, ऐसे में कोई खोज खाज के बता दे तो पढ़ लेते हैं। हिन्दी में फ़िर भी आसान है, अपने पसंद के ब्लोग्स से बाकी लिंक देखती रहती हूँ।
ऐसे में एक चीज़ पर ध्यान गया, चूँकि advertising से जुड़ी हूँ तो अक्सर मार्केटिंग के अलग पक्षों पर ध्यान चला ही जाता है। १८३ ब्लोग्स में से बहुत कम लोगों ने अपनी तस्वीर लगायी थी, एक बार में सीधे ध्यान तस्वीर पर जाता है, चाहे वो किसी की ख़ुद कि हो, या और कोई भी कार्टून या फूल पौधा। तस्वीर ब्लॉग को दोबारा ढूँढने के भी काम आती है तो मुझे लगा कि कमसे कम एक तस्वीर तो होनी ही चाहिए। इसके बाद पहली बार किसी और चीज़ पर ध्यान गया, ब्लॉग का नाम...जीतने वाले ब्लॉग का नाम भी काफ़ी अलग सा है। कुछ अलग से नाम वाले ब्लोग्स को न सिर्फ़ पढने कि उत्सुकता हुयी बल्कि बाद में भी एक बार में याद आ गया।
मुझे ब्लोग्स के नाम अक्सर वो अच्छे लगते हैं जो किसी का असली नाम न हो के कुछ और हो...या फ़िर नाम से जुड़ा एक शब्द हो...इसी तरह मैंने देखा कि मुझे तसवीरें वो अच्छी लगती हैं जिनमें पूरा चेहरा न दिखे, या फ़िर एक हलकी सी झलक भर हो।
मज़ा आया बहुत, खूब से ब्लॉग पढ़े, कुछ अच्छे कुछ बोरिंग, कुछ मजेदार...वोट किया...अच्छा लगा, वोट मिले और भी अच्छा लगा। :D
Indiblogger और आप सबको एक बार फ़िर से धन्यवाद।






