कितने मान मनुहार करूँ, बाज नहीं आता...सारे घर में झाडू पोछा हो या नहीं इसका स्क्रीन हमेशा साफ़ रखती हूँ, और तो और ब्रश लेकर keypad तक साफ़ करती हूँ...इतने प्यार से अपने डेस्कटॉप को रखा होता तो गुलामी करता मेरी और ये कमबख्त भाव खा रहा है।
उसपर दिल है की मानता नहीं...कितनी बार सोचा कि कॉपी पर लिख कर काम चला लूँ, आख़िर कलम पकड़े बरसों बीत जाते हैं, डायरी बस देखती है और आहें भरती है, उसे अपने हालात का पूरा अहसास है, बेचारी अब तो शिकायत भी नहीं करती। और एक जमाना हुआ करता था जब हमारी जान रहती थी उन जर्द पड़े पीले पन्नों में। कितने लोग ये सोचते सोचते उम्र गुजर देते हैं कि आख़िर उस डायरी में था क्या...अब पीडी को ही देख लीजिये और सब जानते हैं कि डायरी उड़ा कर पढने में जो मज़ा है वो लैपटॉप का पासवर्ड क्रैक कर के पढने में कहाँ। और हम जो ये भी नहीं जानते कि लड़कियां हिडेन फाइल बना कर अपने दिल कि बात लिखती हैं या नहीं...या पर्सनल ब्लॉग पर...इसके बारे में शायद हमें पता है।
इस मुश्किल से पिछली बार पाला पड़ा था तो लम्बी चौडी मुहिम छेडी थी बड़ी मुश्किल से टेम्पलेट बदल वदल के हालत कुछ काबू में आए थे...पर इस बार मुझे कोई उपरी चक्कर लगता है।
बरहाल मैंने कुछ उपाय सोचे हैं इस समस्या से निजात पाने को...आपको जो सही लगे कृपया वोट करें, जिस अन्स्वेर को मक्सिमुम वोट मिलेंगे हम वही करेंगे। आप अपने उपाय भी दे सकते हैं...कौन जाने किस उपाय से ये ब्लॉग्गिंग ठीक से होने लगे...
तो ये रहे ऑप्शंस
- बाल्टी में गुनगुना पानी लें, उसमें दो चम्मच सर्फ़ एक्सेल डाल दें अब इसमें लैपटॉप को तब तक डुबाये रखें जब तक उसमें लहरें न उठने लगें। ध्यान रहे लैपटॉप पूरी तरह पानी के अन्दर होना चाहिए।
- लैपटॉप को बालकनी से बन्जी जम्पिंग कराएं। इसके लिए आप लैपटॉप चार्जर कॉर्ड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं वरना अलगनी पर की रस्सी भी चलेगी।
- लैपटॉप के ऊपर नीम्बू और मिर्चें लटकाएं।
- (और ये साउथ इंडियन तरीका बंगलोर आने के बाद inspired होकर )कीबोर्ड पर एक नारियल फोडें।
- नया लैपटॉप खरीद लें :)
तब तक के लिए....इंतज़ार इंतज़ार और इंतज़ार :D
मुझे लगता है कि आपके लैपटॉप में कोई सॉफ्टवेर प्रॉब्लम है ...या फिर वाइरस प्रॉब्लम ...कोई anty virous का प्रयोग कर सकती हैं ....या फिर टेम्पलेट से सम्बंधित परेशानी हो क ठीक परेशानी पता चले तो शायद कोई अच्छा सुझाव दे सकूँ
ReplyDeleteअनिल कान्त
http://www.anilkant.blogspot.com/
ha ha ha mujhe bhi aisa hi lagta hai jab main bloging nahin kar paati. aapke sujhav kafi badhiya hain.
ReplyDeletenaya le lo bhai....waise ek baar format kar do...sab thik ho jaayega....
ReplyDeleteagar wo bhi nahi to temp directory se saara file hata do...
utna bhi nahi karna chaahte to intenet options ->tools men jaakar delete all files....
may be shayad kaam akre...
waise best option hai format..
क्या बात है.. मेरे ख्याल से तुम्हें तो कोई तंत्र-मंत्र विशेसज्ञ होना चाहिये.. इतने नायाब तरीके जानती हो.. और तो और साऊथ इंडिया में आते ही यहां का तरीका भी सीख ली.. :P
ReplyDeleteवैसे तुम्हे पता हो या ना हो, मगर मुझे पता है कि लड़कियां अपने लैपटॉप में फाईल लॉक करके भी रखती हैं.. मेरे पास एक फाईल सेक्यूरीटी का एक साफ्टवेयर है जिसे अक्सर मेरी कई मित्र मांग कर ले जाती है.. मगर उसका पासवर्ड तोड़कर पढ़ने में क्या मजा जो चोरी करके पढ़ने में है.. शिव जी को बोल दिया हूं, वही अक्सर कभी दुर्योधन की डायरी उड़ाते हैं तो कभी किसी बिजनेसमैन की डायरी.. वो जल्दी ही प्रेम करने वाली लड़की की डायरी भी पढ़वाने का वादा किये हैं.. क्या शिव जी, सही कहा ना? ;)
Agar aap ka browser mojila fire box nahi hai,woh lagwa lain ho skata samysaya se nijat mil jaye,aur amit bhai ke sujhav ka dhyan rkahey.
ReplyDeleteहमारे लेपटोप ने भी नकह्रे दिखाना शुरु किये ही थे कि हमने ससुरे को खोलते तेल के कडाव मे डाल दिया और पूछा बोल अब करेगा फ़िर कभी? वो बोला - ताऊ अबकी बार बाहर निकाल लो, फ़फ़ोले पड गये हैं, मैं तो क्या मेरा खानदान भी आपको कभी नकह्रे नही दिखायेगा.
ReplyDeleteतब हमने कहा कि अगर फ़िर नखरे दिखाये तो अबकी बार चम्पाकली के हवाले कर देंगे.
बस वो दिन और आज से छ महिने पहले का दिन, कभी नखरे नही दिखाये. अब ये अलग बात है कि छ महिने पहले हमने ही उसकी जगह दुसरा अपग्रेडेड ले लिया. और वो विदा होते समय नये लेपटोप को भी समझा गया कि ताऊ बहुत कडक है, इसको कभी नखरे मत दिखाना वर्ना तुम्हारा हाल खराब कर देगा.
सो मेरी सलाह है कि नम्बर ५ का आप्शन लेना भी हो तो इसे सजा अवश्य दे देना जिससे नया लेपटोप भी कभी नखरे दिखाने की हिम्मत नही करेगा. :)
रामराम.
चौथे उपाय में दम है...कीबोर्ड पर एक नारियल फोडें।.....मैंने आजमाया भी है अपने लैपटॉप और मोबाइल पर :) |फर्क इतना है कि नारियल न फोड़कर हमने मोबाइल लैपटॉप को दीवाल पर पटक दिया था|
ReplyDeleteबडे अच्छे आप्शन्स दिए हैं .....कहीं कोई नौसिखुआ प्रयोग न कर बैठे.....।
ReplyDeleteएक बार लाल मिर्च से आरती उतार कर भी देख लें, कहीं दुश्मनों की बुरी नजर तो नहीं पड़ गई !
ReplyDeleteएक अंतिम उपाय हम भी बताए देते हैं. लेपटॉप को डीप फ़्रीज़ में २४ घंटे रहने दे. संभव है काम करने लगे. मनोरंजक पोस्ट. आभार.
ReplyDeletehttp://mallar.wordpress.com
हमें इसे लिखना इसलिए पड़ रहा क्योंकि कॉमेंट बॉक्स के लिए केवल जिमेल/ब्लॉगेर के आइडेंटिटी का प्रावधान है.
koi ek to kar hi dalo ab......
ReplyDeletearsh
aisa bhi hota hai ghabaraane ki baat nahi
ReplyDelete---आपका हार्दिक स्वागत है
चाँद, बादल और शाम
काश! आप ने अपने लैपटॉप से मुहब्बत की होती!
ReplyDeleteलेपटाप नही मानता है तो उसे जूते सुघाओ(जैसे मिर्गी पेसेंट को} शायद मान जाए . ...हा हा
ReplyDeleteसेटिंग्स में एक आप्शन होता है ईमेल वाला उसमे मेल टू ब्लोगर एड्रेस में एड्रेस सेट करके अपने मेल इन्बोक्स में सेव कर लीजिये एड्रेस और पब्लिश ईमेल इमीडीएटली आप्शन चूज कर लीजिये.
ReplyDeleteअब जब भी बिना ब्लोगर खोले ब्लॉग पोस्ट डालनी हो तो बस उस मेल एड्रेस पर वो पोस्ट सेंड कर दीजिये
सब्जेक्ट में टाइटल डाल दीजिये
बस मजे से बिना ब्लोगर पर गए ब्लॉग लिखती रहिये
न. 5 अच्छा है हमारा वोट उसी को
और हाँ नया लैपटॉप खरीदते ही नए लैपटॉप की पार्टी का भी बंदोबस्त कर दीजियेगा
और हाँ आत्मा वात्मा वाली कहानी लिखियेगा तो उनमे ब्लॉग पोपुलर हो जायेगा और फ़िर सब यहीं डेरा डालेंगे तो ये सब होता रहेगा इसलिए हमारी सलाह है कि लैपटॉप और ब्लॉग को कुछ ताबीज वाबीज भी दिलवा दीजिये
Agar to ye majak me likha hai tab Upay number 2 sabse bariya hai Lekin agar seriously koi problem hai to Point number 5 me amal karne se pehli Control Panel me post hone wali humari agali post parkar usko aajma ke jaroor dekh le.
ReplyDeleteपांचवें आप्शन पर जाने के लिये शुरुआत एक नम्बर से करें।
ReplyDeletearee agar 5 number pasand hi hai to kyon na 1 aur 3 number aazmane ke baad 5 number aazmaya jaye :-) :-)
ReplyDeleteप्यार से हर बिगड़ी बात बन जाती है ..कोशिश करो की तुम्हारे लैपटॉप को तुम्हारी आदत हो जाए ..:)
ReplyDeleteअभी तक तक तो आपकी कविताओं ने मोहा था ,
ReplyDeleteअब दर्दे लैपटॉप ने......क्योंकि जो तेरा है,वो मेरा है.......
मारिये एक चपत........शायद डरे और चलने लगे,
बहुत शानदार,दिलचस्प लगा
rochak baat laptop ke bare me
ReplyDelete५ नम्बर वाला ही तरीका सही हैं ,लेकिन लेपटोप बदलना न हो तो ऐसे लैपटॉप को स्वाहा करना न भूले ,जिसने आपको इतना परेशान किया हैं कुछ समय में मैं भी अपने डेस्कटॉप कम्प्यूटर के साथ ऐसा ही करने वाली हूँ इसने भी मुझे बडा दुखी कर रखा हैं ,मैं तो सोच रही हूँ जब तक मन को शांति नही मिले नारियल की जगह इसे ही धड धड धड धड जमीन पर फ़ोडुंगी :-)
ReplyDeleteकाफी अच्छा लिखा हैं आपने .
पांचवा आप्शन पर उसके साथ अभी वाला किसी 'ख़ास' दोस्त को गिफ्ट कर दें. हर दो साल पर लैपटॉप किसी को गिफ्ट कर देने की आदत डाल लें. बड़ा सुखद अनुभव रहेगा हर तरह से :-)
ReplyDeleteअभिषेक ठीक कह रहा है......बस किसी ऐसे इंसान को करे जो भारत में ही हो......
ReplyDeleteजब इतने लोग पांचवी बात मानने को कह ही रहे हैं तो मान ही लेना.. मगर लैपटॉप गिफ्ट देने के लिये ज्यादा दूर जाने की भी जरूरत नहीं है.. बस अपने शहर के बगल वाले शहर में ही झांक लेना.. :)
ReplyDelete