कल मेरा जन्मदिन है...देखती हूँ की हर साल इस मौके पर थोड़ी सेंटी हो जाती हूँ. बहुत कुछ सोचती हूँ...जाने क्या क्या सपने, कुछ तो गुज़रे हुए कल के हिस्से...खोयी सी रहती हूँ...इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है.
भाई का गिफ्ट कल आ गया है :) :) आज कुणाल भी मेरा गिफ्ट खरीद के ला रहा है...शाम में मैं जाउंगी अपनी पसंद का कुछ लेने...पता नहीं क्या...अभी तक कुछ सोचा नहीं है. मुझे सबसे अच्छी लगती है घड़ी...पर मेरे पास ४ ठो घड़ी पहले से है तो कुणाल बोल रहा है कि एक और नहीं मिलेगी...और कुछ लेना है तो बताओ...नहीं तो वो अपनी पसंद का ला देगा.
इस बार बहुत दिनों में पहली बार मेरे दो बहुत अच्छे दोस्त शहर में ही हैं...पूजा और इन्द्रनील...तो इस बार बर्थडे पर थोडा ज्यादा अच्छा लगेगा :) :) पूजा अभी मंडे को मिलने भी आई थी...कितना अच्छा लगा कि क्या कहें...और हमने ढेर सारी खुराफातें भी की.
चूँकि ब्लॉग पर भी इतने अच्छे लोगों से मिली हूँ...और अच्छी दोस्ती हो गयी है...तो सोचा कि इतना सोच के कहाँ जायेंगे...बोल ही देते हैं :) इस बार हमको एक तोहफा चाहिए...आप सब से...जो पता नहीं कैसे अब तक हमको पढ़ते रहे हैं...हालाँकि आजकल हमको अपना लिखा एकदम पसंद नहीं आ रहा अक्सर...फिर भी.
इस बार मेरे बर्थडे पर आप अपनी पसंद कि कोई एक किताब...जो आपको लगता है मुझे पढ़नी चाहिए... कमेन्ट बॉक्स में लिखिए...और अगर आपका दिल करे तो थोड़ा सा उस किताब के बारे में भी...कुछ ऐसे कि 'पूजा हमको लगता है तुमको हरिशंकर परसाई की किताब सदाचार का तवी पढना चाहिए क्यूंकि हमको लगता है तुम्हारा सेन्स ऑफ़ ह्यूमर लापता हो गया है'. इसके अलावा आप मुझे कोई भी मुफ्त की सलाह दे सकते हैं...लिखने के बारे में...दिमाग ठीक करने के बारे में या कि कुछ जो आपको लगे कि मुझे लिखना चाहिए या कोई ब्लॉग जो मुझे एकदम पढना चाहिए(आपके खुद के ब्लॉग के सिवा ;) ). हाँ इसके अलावा...एक और चीज़ आप मुझे बता सकते हैं...कोई खास फिल्म जो आपको पर्सनली पसंद हो :)
बस...बर्थडे की फोटो कल पोस्ट करुँगी :) ऐसा मौका बार बार नहीं मिलता...जब फ्री की सलाह को गिफ्ट माना जाए...तो टनाटन आने दीजिये :)
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ReplyDeleteआप जो इतनी सुन्दर रचनायें हमें गिफ्ट करती रहती हैं - उस जैसा क्या गिफ्ट कर पायेंगे ? चलिए आपके बर्थडे को आप ने ही हमें नयी पोस्ट का गिफ्ट दिया - थैंक्स ... :) फ़ोटोज़ का इंतज़ार रहेगा ... हंसती रहिये, मुस्कुराती रहिये , हमें कभी हंसाती, तो कभी रुलाती रहिये ....
ReplyDeleteहो सकता है आपने यह कविता पढी हो लेकिन मुझे जो पुस्तक प्रिय लगी है और चाहता हूँ लोग पढ़े वो है अंग्रेजी नाटककार क्रिस्टोफर मार्लो का ट्रेजेडी नाटक "डॉ. फॉसटस" . मानवीय ज्ञान, विज्ञान और संवेदनाओं के परे जाकर ज्ञान की खोज.. प्रकृति और ईश्वर की सत्ता को चुनौती देना... अहं, दंभ, अभिमान और द्वन्द के बाद मनुष्य की प्रकृति से हार के प्रतीक डॉ. फॉसटस को पढना एक रोमांच और अनुभव सा है.... डॉ. फॉसटस के मोनोलोग्स किसी उदात्त कविता से कम नहीं है.... शकेस्पीयर के किसी भी नाटक की तुलना में डॉ. फॉसटस बेहतर है... अंत में देखिये डॉ. फॉस टस क्या कहते हैं
ReplyDelete"Ugly hell, gape not! come not, Lucifer!
I’ll burn my books!—Ah Mephistophilis! "
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ReplyDeleteअले पहले तो हैप्पी वाला ब'डे ...बाय गोड ब'डे विश करना अपनी होब्बी है ...सो तुम्हे पहले वो दे दूँ ..खूब हँसना और मुस्कुराना
ReplyDeleteदूसरा अपना एड्रेस मेल कर दो ..किताब घर पहुँच जायेगी यार १ गिफ्ट तो बनता है ना ...
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Sonal Rastogi
जन्म दिन की बधाई ...
ReplyDeletevery very happy birth day dear... try eleven minutes frm paolo koelho , if not read.
ReplyDeleteपूजा, यदि आपको यह किताबें कहीं मिलें तो पढ़ लें. नहीं मिलें तो उसका कुछ जुगाड़ लगाया जाएगा. किताबों की श्रेष्ठता का कोई क्रम नहीं है.
ReplyDelete१. रसूल हमजातोव की किताब 'मेरा दागिस्तान'.
२. इवान तुर्गेनेव का उपन्यास 'The Nest of Gentry'.
३. मिखाइल नईमी की किताब 'बुक ऑफ मीरदाद'.
४. 'मैला आँचल' हाल में ही दोबारा पलटकर देखा. और अच्छा लगा.
५. बच्चन की आत्मकथा का पहला खंड "क्या भूलूँ क्या याद करूँ".
६. रमानाथ अवस्थी और रामावतार त्यागी के गीत.
फिल्मों में आप देखिये (शायद आपने देख रखी हों), फेलिनी की 'ला स्त्रादा', बुनुएल की 'फैंटम ऑफ लिबर्टी', रे की 'चारुलता'. जेरार दिपार्दियू की 'सायरानो द बर्जीराक', ज्यां पॉल रैपेनो की 'The Horseman on the Roof'. और मार्टिन स्कोर्सेसी की फ़िल्में.
अपना ब्लौग पढ़ने को तो मैंने अपने परिवार में भी किसी को नहीं कहा, आपको भी नहीं कहूँगा. फ़ोकट की सलाह यह है कि अपनी कविताओं/गद्य कविताओं की किताब छपाने के बारे में सोचिये.
जन्मदिन की अग्रिम बधाईयाँ. यही तो दिन हैं:)
puja ji gift to aap hame deti hai itni sundar rachna jo post karti hai
ReplyDeletewish u avery happy birthday
vikasgarg23.blogspot.com
जन्म दिन की हार्दिक बधाई!
ReplyDeleteहां, मेरे जन्मदिन पर आपने सुगन्धित बैंगलूरी गुलाबों का एक पूरा गुलदस्ता सात समंदर पार भेजने की तकलीफ की थी तो कम से कम एक बधाई भेजने का कर्त्तव्य तो मेरा बनता ही है
आपकी ही 'ई रांड बादल...' कइयों को गिफ्ट किया है, करता रहता हूं. फिलहाल आपके लिए मनोहर श्याम जोशी की 'कसप', रेणु की परतीःपरिकथा तो पढ़ी ली होगी आपने.(वैसे पूरा आइडिया लाजवाब)
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सबसे पहले तो जन्मदिन की ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं लें !!
ReplyDeleteपूजा जी जन्म दिवस की ढेर सारी शुभकामनाये..उम्र का हर बीतता बरस एक टसक सी छोड़ जाता हैं. और जिंदगी का सफ़र भी अनवरत जारी रहता हैं. ऐसी ही कुछ अहसासों को शब्दों में पिरोने की कोशिश अपने जन्म दिन पर की थी, वही सोचा आपको भेंट करता हूँ.
ReplyDeleteएक बसंत और बीता.
उम्र का प्याला और रीता.
एक बसंत और बीता.
कितने शिकवे, कितने गिले.
कुछ कांटे, कुछ फ़ूल, पीले.
कड़वे अनुभव, कही मुस्कान खिले.
कुछ अपने बिछड़े, कुछ नये मिले.
कितने नकली, चेहरे उतरे.
कुछ फ़रिश्ते, भूले बिसरे.
खारे मोती, हँस सा पीता.
एक बरस ओर मैं, बीता.
उम्र का प्याला और रीता.
एक बसंत और बीता............
पूरा पढ़े: http://rahulpaliwal.blogspot.com/2010/05/blog-post_6230.html
मुझे "The Alchemist" बहुत अच्छी लगती हैं. शायद आपने पढ़ी भी हो. ओशो को पढता हूँ, इसलिए गर जिन्दंगी को समझना हैं तो उनकी "मैं मृत्यु सिखाता हूँ" पढियेगा.
..शुभकामनाये...
Best wishes on your B'day.
ReplyDeleteI suggest " Mai aur Mai " by Mridula gergji. it's a very intersting read.
जन्म दिवस की ढेर साडी शुभकामनाएं इतनी की समेटते हुए दिन निकल आये और शाम होते हुए कहो की कुणाल मदद करो मुझसे नहीं हो रहा है!!!!
ReplyDeleteमैं कुछ करूँ या ना करूँ पर एक काम हमेशा करता हूँ तुमरे ब्लॉग पे जो कुछ भी अच्छे पोस्ट होते हैं उसे मैं अपने फेसबूक या ऑरकुट पे पोस्ट किये देता हूँ,अभी ज्यादा तो नहीं बात कर सकता हूँ क्यूँ की मैं खुद बहुत परेशान हूँ तो तुमरे इस जन्म दिवस के मौके पर गुनाहों का देवता पढ़ने की सलाह दे सकता हूँ,इसे धर्मवीर भारती ने लिखा है.. बहुत ही अच्छी रचना हमें लगी है शायद तुम्हें भी पसंद आये!!! फिर अगले बार कुछ लिखूंगा... तुम तो हमारे फेसबूक से जुड जाओ तो ये मेरे लिए return तोहफा हो जायेगा!
waiting!!!!!!!!