तुमने कहा
मुझे बस एक लम्हा चाहिए, पूरी शिद्दत से जिया एक लम्हा
मैंने कहा
मुझे तुम्हारी पूरी जिंदगी चाहिए, सारी जिंदगी
तुमने कहा
मैं तुमसे प्यार करता हूँ
मैंने कहा
तुम्हारे-मेरे रिश्ते का नाम ला कर दो
तुमने कहा
तुम्हारे पंखों में उड़ान है, तुम पूरा आसमान नाप सकती हो, मैं तुम्हें कभी बाँध के नहीं रखूँगा
मैंने कहा
ये एक कमरा है, इसमें मैं हमारा घर बसाउंगी, इसी में रहो, समाज यही कहता है...मुझे बाहर नहीं जाना
तुमने कहा
मेरे साथ उदास हो, मैं तुम्हें परेशान नहीं देख सकता, तुम चली जाओ, खुश रहना
मैंने कहा
वादा करो मुझे छोड़ कर कभी नहीं जाओगे, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती
तुमने कहा
मेहंदी लगवा लो, वैसे भी हमारे तरफ मेहंदी में लिखे नाम का ही मोल होता है
मैंने कहा
मुझे टैटू बनवाना है, वो भी तुम्हारे नाम का ही
तुमने कहा
मुझे भूल जाना अब
मैंने नहीं कहा
कि मुझे भूलना नहीं आता
तुम्हें लौटना नहीं आता
और मुझे इंतज़ार नहीं भूलता...
Jab sab kuchh kaha tha to kaash ye bhi keh dia hota k 'mujhe bhulna nahi aata'... saamne wala laut pat aya nahi ..kam se kam ye kasak to rehti k kisi ko intzaar karta chhod aaya h.. behad pyari rachna :)
ReplyDeleteसरलता से मगर कितनी गहराई से लहरों पर भाव तैर रहे हैं .....यू आर सिंपली ग्रेट । शुभकामनाएं आपको लिखती रहें
ReplyDeleteबुनियादी फर्क.
ReplyDeleteकहें क्या,
ReplyDeleteऔर कैसे,
हम बता दें,
चाहते हम क्या,
कहोगे एक दिन तुम, कि हमें कहना नहीं आया।
मुझे गतिमय मिली ऊर्जा, तुम्हे बहना नहीं आया,
कहूँ मैं, सब तुम्हारे तर्कमय संवाद झूठे से,
तुम्हारे पास जन्नत थी, तुम्हे रहना नहीं आया।
जहाँ से तुम मोड़ मुड़ गये थे ये मोड़ अब भी वहीं पड़े हैं...
ReplyDeleteQuizás, Quizás, Quizás !!!
इस फर्क को भी कैसे खूबसूरती से पिरोया है.
ReplyDeleteNice one pooja keep writing
ReplyDeleteExcellent..!!!
ReplyDeletesunder....
ReplyDeleteतुमने कहा
ReplyDeleteमुझे भूल जाना अब
मैंने नहीं कहा
कि मुझे भूलना नहीं आता
अंतर इतना पारदर्शी? क्या बात है!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया पूजा...प्यार की कसक उभर के आई है,,यूँ ही लिखती रहिये :)
ReplyDeleteअजी हमने कहा " छोड़ो कहना, ना कहना, जाना - आना, लौटना और इंतज़ार....." वो बड़े डिजाइनर टैटू बनने लगे हैं अब तो....लेफ्ट साइड नेक पर छोटे सी डिजाइन की तलाश है जी :-) बढ़िया लिखा है
ReplyDeleteacha likhti ho aap
ReplyDelete:)
ReplyDeletekuch tumne kaha kuch maine kaha ase hi fasana ban gaya.aj tak aapko apne blog par aane ke lie nahi kaha par aapki is post se milti julti si ek post main bhi likhi thi kuch din pahle,agar aap padhengi to mujhe khushi hogi link de rahi hu http://meriparwaz.blogspot.com/2011/10/blog-post_21.html
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