ऑफलाईन टाइपिंग के अच्छे टूल की बहुत दिन से तलाश थी, क्योंकि ऐसा कई बार होता था की कुछ लिखने का मन करता था पर इन्टरनेट नहीं होने के कारण नहीं लिख पाती थी. यहीं नहीं कई बार ऐसी जगह जहाँ इन्टरनेट न हो लिखना ही बंद हो जाता था. और एक बार हिंदी के लिए देवनागरी देखने की आदत लगने के बाद रोमन देखना एकदम बर्दाश्त से बाहर हो जाता है. पर मुझे यकीन नहीं हो रहा की फिर से गूगल सहायता के लिए आया है. मैंने पहली बार २००५ में ब्लॉगर पर हिंदी की ये सुविधा देखी थी और तब से हिंदी को रोमन में लिखना लगभग बंद ही कर दिया है. यही नहीं आदत अब वाकई ऐसी पड़ गयी है की रोमन में लिखा कुछ पढ़ने पर दिमाग पर बहुत जोर पड़ता है और अक्सर मैं नहीं ही पढ़ती हूँ.
तो आज गूगल के भले काम को प्रोत्साहन देने के लिए ये पोस्ट. मैंने इससे पहले बारहा पर लिखने की कोशिश की थी, पर वो असंभव रूप से कठिन था, उसपर लिखना एक तरह से सारी वर्णमाला फिर से सीखने के बराबर लगा मुझे. तो मैंने बारहा के बारे में सोचा भी नहीं, कट पेस्ट से काम चल ही जाता था. बस कभी कभार अखर जाता था.
आप भी देखें, इसको डाउनलोड करना बहुत आसान है और सेट उप भी, क्योंकि मुझे कोई भी दिक्कत नहीं आई. आप इसे यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं. मुझे पूरी उम्मीद है की मेरी तरह तकनीकी दृष्टि से कमजोर लोग भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे.
धन्यवाद! आपके जैसी समस्या से ही मैं भी पीड़ित था और आज आपके लिंक के कारण ही यहाँ पर कमेन्ट कर पा रहा हूँ बिना कॉपी-पेस्ट के!
ReplyDeleteधन्यवाद एक बार फिर!
एक खुशखबरी है... हम अभी तक नहीं कर पाए हैं... !!!!
ReplyDeleteसफल होते हैं... दुआ देंगे.. तबतक इस पोस्ट पर संदेह कायम रहेगा..
ReplyDeleteअब किसी को हिन्दी न लिख पाने की शिकायत नहीं होनी चाहिये। तरह-तरह की आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले टूल आ गये हैं।
ReplyDeleteलो फेकी एक ओर दुआ ......केच करो .....
ReplyDeletei dont think, anything can match Barah...
ReplyDeleteमुझे सही में आश्चर्य हो रहा है कि बरहा के साथ तुम्हें मुश्किलें हुईं...
मेजर साहब को थोडा और आश्चर्य होगा ये जानकार की बरहा में मुझे भी तकलीफ हुई और इसी कारण मैंने उसे त्याग दिया..
ReplyDeleteवैसे बिहारी कन्या हम तुम्हे बता ही देते है की इसी टूल की सहायता से तुम्हे कमेन्ट कर रहे है.. और क्या कहे मन कैसे प्रफुल्लित हो रहा है..
तुम तो बस जियो.. दुआओं की झड़ी लगा रहे है..
आप भाषा इंडिया से आईएमई लेकर अपने नोटपेड पर भी आराम से ऑफलाइन लिख सकती हैं। हर भाषा में। उसके लिए जाने हेतु।
ReplyDeleteआओ कप्म्यूटर के नोटपैड पर लिखें अपनी भाषा
हम भी बराह से ही लिखते हैं, गजब है जब हाथ बैठ जाता है। इसका उपयोग करके देखते हैं शायद अच्छा हो, धन्यवाद बताने के लिये।
ReplyDeleteगाड़ा गाड़ा शुभकामनाएँ
ReplyDeleteतकनिकी में गई गुजरी होने में सिर्फ मैं नंबर वन हूँ मेरा कोई मुकाबला नहीं .. सभी के ब्लॉग नित नए डिज़ाईनर कपड़ों में... बेचारा मेरा ब्लॉग डेढ़ साल से एक ही कपड़ों में :-)
ReplyDeleteआफ लाइन का यह टूल जब भी इस्तेमाल करुँगी ...ढेरों दुआएं दूंगी..
हम तो शुरु से ही बारहा इस्तेमाल कर रहे हैं और मस्त हैं.
ReplyDeleteअच्छा है, एक नया जूजू मिल गया है।
ReplyDeleteआधा इंडिक आई एम ई से और आधा गूगल आई एम ई से टाइप किया है यह!
बरहा शायद ज्यादा ठीक है!
लो जी.. हम भी इंस्टाल कर ही लिए.. तकनीकी रूप से अक्षम लोगों के वास्ते था न.. इसलिए.. :D
ReplyDeleteहमे इसका ही इंतज़ार था मज़ा आ गया :)
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद
वीनस
Thanks a lot.
ReplyDeleteसफल होते हैं... दुआ देंगे.. तबतक इस पोस्ट पर संदेह कायम रहेगा
ReplyDeleteआप की बात हजम नहीं हुई....ये तो ट्रांशलिट्रेशन टूल है...आपको hindi toolkit आजमाना चाहिये इसके इंस्टालेशन मैं आपको की सीडी की भी जरूरत नहीं पङती...
ReplyDeleteजानकारी के लिए धन्यबाद
ReplyDeleteसादर
प्रवीण पथिक
9971969084
उसी से टिपियाया !
ReplyDeleteकमेंट बॉक्स में नहीं चल रहा है यह । कोई कारण ?
ReplyDelete@ प्रवीण जी - चल रहा है.. मैं ये कमेन्ट इसी टूल से कर रहा हूँ.. :)
ReplyDeleteशायद आपके कम्प्युटर में कोई समस्या होगी..
हो गया | धन्यवाद | अब यह निश्चित करना है की अच्छा कौन है बराह या यह |
ReplyDeleteअरे भई ,मैं भी हिन्दी में टिप्पणी कर पा रही हूँ |
ReplyDeleteबहुत-बहुतधन्यवाद एवं आशीष|