एक तो वोट नहीं कर पाये तो ऐसे ही खुन्नस हो रही है, वोटर्स लिस्ट में हमारा नाम नहीं आया...आख़िर आख़िर तक नहीं आया। अब हम इस देश को बदलें तो कैसे, खैर अगला चुनाव आएगा...तब तक शायद बन जाए। पर तब तक हम बंगलोर में रहेंगे ये भी तो पता नहीं है।
अब फ़िर से पूरी पोस्ट लिखने की हिम्मत नहीं हो रही है, तीन चार घंटों की मेहनत पर पानी फ़िर जाए तो दिल वैसे ही टूट जाता है...
आप ये गाना सुनिए। हम भी सुन कर बहला रहे थे ख़ुद को, की कुछ तो महफूज़ है...कहीं पूरा ब्लॉग ही डिलीट हो जाए तो...हम तो सोच कर ही डर गए(वैसे हमने ब्लॉग का बैक अप डाउनलोड कर रखा है :D ) महफूज़...बड़ा खूबसूरत है
Mehfuz.mp3 |
पोस्ट कभी-कभी अपने आप "सेव" नहीं होती है। ऐसे में "save button" खुद ही बार-बार दबायें। वैसे लिखी-लिखायी पोस्ट खोने में भी आपका कोई फायदा ही हो सकता है। पूरे ब्लाग का बैकप लेने में भी बुद्धिमता है।
ReplyDeleteएक सुझाव: यूँ तो आपका चिट्ठा हिंदी में है, लेकिन इधर-उधर फिर भी अंग्रेजी के अल्फाज़ दिख रहे हैं। इन्हें भी हिंदीमय करें तो बड़ी कृपा होगी!
पूजा जी,
ReplyDeleteसच में त्रासद है किसी पोस्ट का सेव ना होना और पोस्ट किये जाने के पहले लैपटॉप का हैंग हो जाना।
आपके साथ हम सभी कभी ना कभी ऐसे दौर से गुजरते हैं, ईश्वर फिर ऐसा दिन कभी ना दिखाये।
एक हमदर्द,
मुकेश कुमार तिवारी
मैं कोई तकनीकी जंतु तो नहीं हूं कि सलाह दे सकूं, पर बहुत बार मैं भी यह समस्या झेल चुका हूं और अंत में मैंने विंडोज़ लाइव राइटर की शरण ली. तबसे सब ठीक है. हां, कंट्रोल एस इसमें भी बार-बार दबाएं. क्योंकि कर्मण्ये ही वाधिकारस्ते. भाग्य से माल सेव नहीं होगा. उड़ भले जाए.
ReplyDeleteगाना सुना. साथ में एनिमेशन देखने में खूब मजा आया. आभार.
ReplyDeleteकभी कभी जब ढेर सारी मेहनत पर पानी फिर जाए तो सचमुच दिल दुखता है ....कोई नहीं अगली बार हम आपकी उस तरह की पोस्ट पढेंगे
ReplyDeleteमेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
पोस्ट आपकी उड़ी..नींद हमारी खुली..
ReplyDeleteदिमाग में मची न जाने कैसी खलबली..
तुरंत भागे,बनाई ब्लॉग की पूरी बैकअप
तब टिप्पणी की है और चैन की सांस ली.
--बहुत दुख हुआ. खैर, हम तो हर पोस्ट वैसे भी बारहा से वर्ड पैड में टाईप कर सेव करते हैं और तब कट पेस्ट करके पोस्ट करते हैं, तो ऐसी समस्या की गुजांईश कम ही होती है.
खैर, सीख अच्छी मिली.
-गीत कर्णप्रिय रहा..पहली बार सुना.
ब्लॉग का बेक अप.....क्यों डरा रही हो यार अपने पास तो कोई बेक अप नहीं है किसी वास्ते ......
ReplyDeleteसच्ची दुख होता जब मेहनत पर पानी फिरता है। शायद उसमें ही कुछ अच्छा छिपा हो।
ReplyDeleteबना सकती हैं तो जिंदगी का बैक-अप बनाइये!
ReplyDeleteखैर वोटर लिस्ट में तो हमारा भी नाम नहीं आया. घंटो लाइन में लग कर फॉर्म जमा करवाया था पर पता चला की वो तो बना ही नहीं......
ReplyDelete........पोस्ट डिलीट हो जाने का अफ़सोस है..
बहुत अच्छे आईडिया दिये है. आज हम भी बैक अप बनवा लेते हैं..इसका बनाने वाला मिस्त्री कहां मिलेगा? :)
ReplyDeleteरामराम.
हम जो लिखने की सोच रहे थे गाना सुन कर भूल गए. हाँ तो ऐसा तो हम सब के साथ एक दो बार तो हो ही चुका होगा. हमने एक standby दूसरा ब्लॉग भी बना रखा है (द्वितीय प्रति). बेक-up लेना भी अच्छी बात होगी. दुःख हुआ की एक तो इतने दिनों के बाद आये और वही हुआ "कहने को बहुत कुछ था अगर कहने पे आते".
ReplyDeleteकोई बात नहीं फ़िर से लिखो। जो होगा देखा जायेगा।
ReplyDeleteohhh to ek achi si post padhne se chuk gaye hum to phir :-( koi nahi aapke pas to khazana hai woh nahi koi aur sahi :-) btw lovely lovely songs :-) keep wriitng
ReplyDeleteब्लॉग का बैकअप लेकर सही किया.. वैसे अपना नाम भी वोटर लिस्ट से गायब है.. टाटा टी को फोन किया तो बताया अभी वो लोग सो रहे है :)
ReplyDeleteहंसी आ रही है तुम्हारी भोली सी भाषा सुनकर...और दुख हो रहा है...तुम्हारी मेहनत पर ...जो बेकार चली गयी...कोई बात नहीं एक हम हर बार कुछ न कुछ सीख ही जाते हैं....SO BE HAPPY....
ReplyDeleteसच, बहुत दुख की बात है लिखी हुई पोस्ट डिलीट हो जाना या सेव न होना. मेरे खयाल से सबसे बेहतर तरीका यही है कि वर्डपैड में सेव करके लिखें और फिर पेस्ट कर दें। जैसा कि समीर जी ने भी बताया। इस टिप्स पर अमल करें और फिर देखें कभी कोई पोस्ट मिस नहीं होगी। आपकी भाषा और लिखने की शैली अच्छी लगती है।
ReplyDeleteye song pehli baar sune..kiska gana hai??
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