"मुझे तेरी स्माइल सबसे अच्छी लगती है"
"मुझे भी"
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"तू रोज रोज और सुंदर कैसे होती जाती है, बहुत प्यारी लग रही है, नज़र लग जायेगी, इधर आ दाँत काटने दे"
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"मैं मोटी हो गई हूँ क्या?"
"नहीं रे कितनी क्यूट है, टेडी बेअर जैसी, खरगोश क्यूट गालों वाली"
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"सब्जी में नमक ज्यादा है न? हमको लगता है दो बार डाल दिए हैं"
"नहीं रे, झोर में ज्यादा है थोड़ा, पर आलू ठीक है, आलू निकाल के खा रहा हूँ न पराठा के साथ, बहुत अच्छी बनी है"
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"रबड़ी जल गई है रे थोड़ी सी"
"नहीं रे, सोन्हा लग रहा है बहुत अच्छा स्वाद आया है।
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मैंने सीखा:
उसे सबसे ज्यादा प्यार तब उमड़ता है जब मैं अच्छा खाना बनाती हूँ...लोग ऐसे ही नहीं कहते कि दिल तक का रास्ता पेट से होकर जाता है :) [मेरे दिल का रास्ता शायद किसी शौपिंग माल से होकर जाता है]
रात को बालकनी में खड़े होना और कुछ न कहना एक ऐसा अहसास होता है जो शायद बिना महसूस किए समझाया नहीं जा सकता।
रात को झगड़ा करके, रूठ के कभी सोना नहीं चाहिए :) भले देर हो जाए, खूब सारा मन भर झगड़ लेना चाहिए, नींद अच्छी आती है।
खाने में राहर की डाल, भात और आलू की भुजिया से अच्छी चीज़ अभी तक इजाद नहीं हुयी है।
पीने का मजा तभी आता है जब सारे लोग टल्ली होने की औकात रखते हों...जो बेचारा होश में है उसकी हालत अगली सुबह पीने वालों से ख़राब होती है :)
हालांकि सिगरेट से बहुत सी यादें जुड़ी हैं, पर सिगरेट नहीं पीनी चाहिए।
घर में कपड़ों का बटवारा नहीं होना चाहिए, जिसकी इच्छा हो दूसरे की धुली हुयी टी शर्ट मार के पहन सकता है।
जब भी रात को बारिश हो, ड्राईव पर जरूर जाना चाहिए।
कभी कभी ऑफिस बंक कर पिक्चर देखने का मजा ही कुछ और होता है।
नौ से बारह हिन्दी फ़िल्म देखना जाना बेकार है...गोल्ड क्लास में हमेशा नींद आ जाती है :)
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वक्त बहुत जल्दी गुजर जाता है, कभी तो लगता है जैसे जाने कितने दिनों से जानती हूँ तुम्हें, और कभी लगता है कि अभी कल ही तो मिली थी और इतना वक्त गुजर गया मालूम भी नहीं चला।
पहली नज़र का प्यार वाकई होता है, aaj भी सब सुबह सुबह तुम्हें देखती हूँ सबसे पहले, तुमसे प्यार हो जाता है। :)
"हर इंसान को जिंदगी में एक बार प्यार जरूर करना चाहिए, प्यार इंसान को बहुत खूबसूरत बना देता है"
सही कहा आपने हर इंसान को ज़िंदगी में एक बार प्यार ज़रूर करना चाहिए और जिसे पहला प्यार नसीब ना हुआ हो वा दूसरा भी कर सकता है...ऐसी कोई पाबंदी नही है :)
ReplyDeleteरात को झगड़ा करके, रूठ के कभी सोना नहीं चाहिए'
ReplyDeleteबहुत सही. प्यार तो प्यार है. जिसे प्यार हो जाये उसे नमक कम या ज्यादा का पता चलेगा भी कैसे.
बहुत सुन्दर
रात को झगड़ा करके, रूठ के कभी सोना नहीं चाहिए :) भले देर हो जाए, खूब सारा मन भर झगड़ लेना चाहिए, नींद अच्छी आती है।
ReplyDeleteआज के मुद्दे कल तक ना ले जायें तो जिंदगी खुशनुमा रहती है..
बधाई आपको..
ये कुछ ज्यादा हो गया... जल्दी लौटूंगा...
ReplyDeleteओह जिंदगी .......
ReplyDelete..
कभी कभी एक गुलाब सोने की अंगूठी से भी ज्यादा असर रखता है ...............
सड़क के बीचो बीच गाडी रोककर चिल्लाकर "आई लव यू " कहने से प्यार ओर बढ़ता है .....
शाम की बनायीं एक चाय कभी कभी किसी रेस्त्रोरेंट के डिनर से भी पुरजोर असर रखती है ......
बारिशे कल भी खूबसूरत थी ....आज भी है ......कल भी रहेगी......उसके पास ख़ूबसूरती का आजीवन पेटेंट है......
क्रिकेट मेच देखते हुए चौके पे सीटी बजानी चाहिए ....इससे बाद जली रोटी से तडके वाली दाल का स्वाद ओर धांसू हो जाता है....
कभी कभी शुक्रिया कह देना चाहिए .....इससे प्यार की मेंटेंस बनी रहती है .....
गोलगप्पे ...चावल में नमकीन ......रात की रोटी का सुबह परांठा .....शाम को थोड़ी सी कटोरी में मिलाये हुए चावल राजमा बांटकर खाने से ...प्यार सहवाग की बेटिंग की माफिक अपना रन रेट रखता है .....
सबसे अच्छा सरप्राइज़ ऑफिस पहुंचकर पिक करके चाइनीज़ खाना है ............
खैर सेंटी न होकर .....
सालगिरह मुबारक........
ओर हाँ कभी कभी लॉन्ग ड्राइव पे एकाध सिगरेट की छूट होनी चाहिए .......
"हर इंसान को जिंदगी में एक बार प्यार जरूर करना चाहिए, प्यार इंसान को बहुत खूबसूरत बना देता है"
ReplyDeleteबिल्कुल करना चाहिये पर जब उस प्यार की परत आंखों पर से उतर जाती है, तब ज्यादा नमक बहुत ज्यादा लगता है। और मोटी बहुत मोटी लगने लगती है यह सार्वभौम सत्य है।
टुकडए टुकडए में पूरे फलसफे जिन्दगी के..
ReplyDeleteवैसे राहर की दाल, भात और आलू की भुजिया...फिर तो क्या कहने!! :)
सालगिरह की बहुत बहुत बधाई आप दोनों को.... दोनों का प्यार हर दिन भारत की आबादी जैसी बढती रहे... :-)
ReplyDeletebahut bhadiyaa, pyaar ka itna sajiv chitra...
ReplyDeletesalgiraah ki shubkamnayein
मुझे आपका ब्लॉग बहुत अच्छा लगा! शादी की साल गिरह आप दोनों को बहुत बहुत मुबारक हो और मेरी शुभकामनायें आप दोनों के लिए!
ReplyDeleteमेरे ब्लोगों पर आपका स्वागत है!
:) Ishq ki salgirah bahut bahut mubarak ho..घर में कपड़ों का बटवारा नहीं होना चाहिए, जिसकी इच्छा हो दूसरे की धुली हुयी टी शर्ट मार के पहन सकता है।
ReplyDeleteye me sath aksar hota hai :D dhota hai hu aur bhai log pehen ke chal dete hai hamesha :D bahut pyari post
सोच रहा हूँ.. क्या सबकी ज़िन्दगी एक जैसी होती है.. ?
ReplyDeleteखैर! शादी की सालगिरह मुबारक हो..
डॉ. साब के कमेन्ट भी पोस्ट से कम नहीं होते... बहोत बढ़िया...
ReplyDeleteहा हा...आप जरूर बिहार की हैं(आज पहली बार इधर का रुख किया,अभी प्रोफाइल चेक कर कन्फर्म कर लेती हूँ)...एक बार कई रिश्तेदारों के साथ कलकत्ता शादी में गयी थी ...खाने का बहुत बढ़िया इंतज़ाम था..पर ४ दिन तक स्वादिष्ट व्यंजन खा कर सब परेशान हो गए थे..लौटते समय सबकी जुबान पर बस एक ही चीज़ कब घर पहुंचे और दाल भात,भुजिया खाने को मिले..
ReplyDeleteBTW Many Many Happy Returns of the Day...Have a long, happy, funfilled, rocking life ahead
प्यार इंसान को बहुत खूबसूरत बना देता है .. और
ReplyDeleteखूबसूरत बातें करने वाला भी.... :-)
congratulation!
ReplyDeleteJust go through with your blog by searching Dr.Anurag blog.
Achi abhivaktiyi.. Kam shabh ma jyada kuch.. keep it up...
Regards,
Vikas
blog ankhaee
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Vikas
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शुभकामनायें स्वीकार करें
ReplyDeleteबहुत प्यारी पोस्ट है
प्रणाम
कितने सारे टिप्स हैं यहाँ ! अपने जैसा भासा (हाँ हाँ सही पढ़ा भासा) लगा यहाँ... हाँ हाँ उधर का ! गंगा के दोनों पार का... इतना समझा के बिहार के लोग बोलते हैं.. नय रे बाबू !
ReplyDeleteअब बुझाया कहे हमारे कबिता में स्त्रील्लिंग-पुल्लिंग का लफड़ा होता है... कहे की हमारे तरफ ट्रेन भी चलता है, बस भी चलता है और चोट भी लगता है... मूवी भी अच्छा होता है...नय रे बाबू !
:) ..waah..har ek line pe muskurayein baigar nahi rha gya :) amazing ...
ReplyDelete:) :) :) :) :)
ReplyDeletejalan ho rahi hai kisi ki kismat se.. :P
wah wah ekdum mast......dil ki baat hai pooja ji....yahi to life hai.....shaadi ki salgriha mubark ho .....
ReplyDeleteyahi meri life ka funda hai ..apne batay dunia ko thak u very much....
नज़र न लगे किसी की,सालगिरह मुबारक़ हो।वैसे आपकी सलाह पर विचार कर रहा हूं,हालांकि समय बहुत आगे निकल गया है।
ReplyDeleteसारी जिंदगी का फलसफा चाँद पंक्तियों में ही बयां कर दिया आपने. ईश्वर प्रेम के इस अहसास को सदा यूँही जवां बनाए रखे.
ReplyDeleteराहर का दाल, भात और आलू की भुजिया...और जिंदगी ते सब फ़लसफ़े....
ReplyDeleteतुम्हारी पोस्ट-- लेकिन मैं और संजीता थे इसमे!
:-)
तुमदोनों को खूब-खूब-खूब शुभकामनायें!!!
khoob shubhkaamnaayein..!!
ReplyDeletekabhi sirf haanth thaam dhalta suraj dekhte dekhte..jab kandhon par dhulak jaati hoon... to us ek pal mein fir se pyase umad jata hai..
एक बात तो पक्की है रहर की दाल, भात और आलू की भुजिया से अच्छी चीज़ अभी तक इजाद नहीं हुयी है।
ReplyDeleteसबसे पहले इशक की सालगिरह की मुबारकबाद आप दोनों। केक को देखकर मुँह में पानी आ गया जी। आपने कई प्यारी प्यारी चीजें लिख दी।
ReplyDelete"हर इंसान को जिंदगी में एक बार प्यार जरूर करना चाहिए, प्यार इंसान को बहुत खूबसूरत बना देता है"
इसे तो हम भी मानते है जी।
मुबारका मैडम... केक दो क्यू? :) उसका वाला तुमने पूरा खाया.. और तुम्हारा वाला उसने पूरा... ये सही है :)
ReplyDeleteभगवान आप दोनो को ऐसे ही खुश रखे..हमेशा!!
geting envy n feeling depressed coz m feeling like a candle in front of sun.
ReplyDeleteHell your all thing is to good is beter to any other blog. I like it becouse you are a script writer and i also.
ReplyDeleteThankyou
chander singh chouhan
Ajmer (rajasthan)
mob: 09214552857
email. csc.chouhan@gmail.com,info.chander@gmail.com
खुद ईश्क का दिल आ गया है आज अपने मीत पर और वो खुमारी में 'वो कुछ' कह जा रहा है जो कभी कह नहीं पाता सरपट..!
ReplyDeleteकुछ एहसास कितनों लिख दो अपने पुरे लिबास में कभी हाज़िर नहीं होते..!
पर कुछ लोग यूँ लिखते हैं कि--एक एहसास से कई एहसास के आर-पार छू लेते हैं..जी हाँ; कुछ लोग..!
मुझसे थोड़ी जाहिली हुई है..एक अच्छा ब्लॉग जानता तो था पर जाने क्यूँ दौड़ लगा नहीं पाया..एहसास यूँ ही थोड़े मिल जाते हैं..!
इस पोस्ट को बार-बार पढ़ रहा हूँ..कुछ between the lines भी लिख दिया है आपने...उन्हें सोच रहा हूँ कहीं रोप दूँ किसी आगत कविता में ...!
साथ हर क्षण 'साथ' महसूसना इतना सरल भी नहीं ना..बौराए मन को हमेशा कुछ नया चाहिए..गिलास बार-बार धुलने से शराब नयी तो नहीं हो जाती...खुमारी ईश्क की कैसे बची रहती है हर सहर..!
आपको लेखन की भी बधाई और जीवन की भी बधाई..सब कुछ को बाँध रख पाती हैं आप..मेरी शुभकामनाएं स्वीकारिये...!!!
ईश्क की सालगिरह मनाते रहिये साल दर साल..रोज हर रोज..!!!
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ReplyDeleteकतरा कतरा मिलती है ...कतरा कतरा बहने दो ...ज़िंदगी है ...:)....ज़रा देर से ,बहुत मुबारक pooja
ReplyDeleteसच्ची !!
ReplyDeleteबहुत खुशी हुई |
सच्ची !!
ReplyDeleteबहुत खुशी हुई |
thoda der se shi lekin hamari or se aapko shadi ki salgirah per bahut-bahut subhkamnaye, bahut acchi abhivayaki hai aapki vakai pyar insan ko bahut khubsurat bana deta hai....
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