जितना छोटा हो सकता था, उतना छोटा सा लम्हा है
अगर गौर से देखो समय के इस छोटे से टुकड़े से पूरी दुनिया की स्थिरता(बैलेंस समझते हैं न आप, वही) भंग हो सकती थी.
ज्वालामुखी फट सकते थे, ऊपर आसमान में राख उछलती और एक पूरा शहर नेस्तनाबूद हो जाता. ये पृष्ठभूमि में कोई तो शहर है जिसे आप नहीं जानते. राख में हम ऐसे ही अमूर्त हो जाते, सदियों के लिए...तुम्हारी बाहों में मैं, हवा में उड़ती हुयी...आजकल पाँव जमीं पर नहीं पड़ते मेरे गुनगुनाते हुए.
हो ये भी सकता था की सूनामी लहरें उठती और इतने ऊँचे छत से भी हमें बहा ले जाती, फिर कहीं नहीं लौट के आने के लिए...या फिर भूकंप आता, ये जो हलकी दरार पड़ रही है और चौड़ी हो जाती और हम किसी हलके गुलाबी पंख की तरह हवा में गिरते, गुरुत्वाकर्षण का हमपर पूरा असर नहीं होता.
इस एक लम्हे में दुनिया ख़त्म हो सकती थी...पर हमें परवाह नहीं...हमने इस लम्हे में जिंदगी जी ली है. हमने जितना छोटा सा हो सकता है, लम्हा...हमने इश्क किया है.
picture courtesy: Deviantart
picture courtesy: Deviantart
इन लम्हों के दामन में पाकीज़ा से रिश्ते हैं....
ReplyDeleteखूबसूरत लफ्जों में लम्हें को जीने की कोशिश की है आपने। पढ़कर यह भी याद आ गया...
ReplyDeleteएक लम्हें की जलन और उम्र भर का सकून
यार! परवाने को तकलीफ ही क्या होता है?
मुबारक ये लम्हा.
ReplyDeleteलम्हें अपने अन्दर जिन्दगियों को छिपाये रहते हैं, न जाने कब कौन सी खुल जाये, न जाने कितनी जिन्दगियाँ निभाते हैं हम सब?
ReplyDeleteसच कहा लम्हों से इश्क हो जाए तो फिर क्या कहने! शुभकामनाएं.
ReplyDeleteसार्थक पोस्ट, सादर
ReplyDeleteसुन्दर संवेदन-सिक्त गद्य !
ReplyDeleteसही कहा ...... जब इश्क होता है ..... तब ऐसा ही कुछ होता है
ReplyDeleteसंसार अज़ब ..... ख़यालात अज़ब ...... क़यामत की रात
सब एक साथ ......... है ना ?
जो लोग एक लम्हे में एक ज़िन्दगी जी लेते हैं, उनके लिए वक़्त की रफ़्तार कोई मायने नहीं रखती...
ReplyDeleteaise kuchh lamhen hi bahut hai jeewan mein
ReplyDeleteएक लम्हे में सिमट आया है,सदियों का सफ़र
ReplyDeleteज़िंदगी तेज़..बहुत तेज़ चली हो जैसे.. <3 <3
bas in lamhon ke hone se hi to zindagi hai.....
ReplyDeletehmesha se acchi lagi hai aapke lamhon ki ye potli... tab se jab main apne 10th class me tha... aapke lamhon ke behad karib hai meri bhi zindagi.. saadar shubkamnayein..
ReplyDelete