09 October, 2011

जो लफ़्ज़ों में नहीं बंधता


जितना छोटा हो सकता था, उतना छोटा सा लम्हा है
अगर गौर से देखो समय के इस छोटे से टुकड़े से पूरी दुनिया की स्थिरता(बैलेंस समझते हैं न आप, वही) भंग हो सकती थी.
ज्वालामुखी फट सकते थे, ऊपर आसमान में राख उछलती और एक पूरा शहर नेस्तनाबूद हो जाता. ये पृष्ठभूमि में कोई तो शहर है जिसे आप नहीं जानते. राख में हम ऐसे ही अमूर्त हो जाते, सदियों के लिए...तुम्हारी बाहों में मैं, हवा में उड़ती हुयी...आजकल पाँव जमीं पर नहीं पड़ते मेरे गुनगुनाते हुए. 

हो ये भी सकता था की सूनामी लहरें उठती और इतने ऊँचे छत से भी हमें बहा ले जाती, फिर कहीं नहीं लौट के आने के लिए...या फिर भूकंप आता, ये जो हलकी दरार पड़ रही है और चौड़ी हो जाती और हम किसी हलके गुलाबी पंख की तरह हवा में गिरते, गुरुत्वाकर्षण का हमपर पूरा असर नहीं होता. 

इस एक लम्हे में दुनिया ख़त्म हो सकती थी...पर हमें परवाह नहीं...हमने इस लम्हे में जिंदगी जी ली है. हमने जितना छोटा सा हो सकता है, लम्हा...हमने इश्क किया है.

picture courtesy: Deviantart

13 comments:

  1. इन लम्हों के दामन में पाकीज़ा से रिश्ते हैं....

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  2. खूबसूरत लफ्जों में लम्हें को जीने की कोशिश की है आपने। पढ़कर यह भी याद आ गया...

    एक लम्हें की जलन और उम्र भर का सकून
    यार! परवाने को तकलीफ ही क्या होता है?

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  3. मुबारक ये लम्‍हा.

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  4. लम्हें अपने अन्दर जिन्दगियों को छिपाये रहते हैं, न जाने कब कौन सी खुल जाये, न जाने कितनी जिन्दगियाँ निभाते हैं हम सब?

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  5. सच कहा लम्हों से इश्क हो जाए तो फिर क्या कहने! शुभकामनाएं.

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  6. सार्थक पोस्ट, सादर

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  7. सुन्दर संवेदन-सिक्त गद्य !

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  8. सही कहा ...... जब इश्क होता है ..... तब ऐसा ही कुछ होता है
    संसार अज़ब ..... ख़यालात अज़ब ...... क़यामत की रात
    सब एक साथ ......... है ना ?

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  9. जो लोग एक लम्हे में एक ज़िन्दगी जी लेते हैं, उनके लिए वक़्त की रफ़्तार कोई मायने नहीं रखती...

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  10. aise kuchh lamhen hi bahut hai jeewan mein

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  11. एक लम्हे में सिमट आया है,सदियों का सफ़र
    ज़िंदगी तेज़..बहुत तेज़ चली हो जैसे.. <3 <3

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  12. bas in lamhon ke hone se hi to zindagi hai.....

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  13. hmesha se acchi lagi hai aapke lamhon ki ye potli... tab se jab main apne 10th class me tha... aapke lamhon ke behad karib hai meri bhi zindagi.. saadar shubkamnayein..

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