tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post7342059709484833894..comments2024-03-16T10:24:55.941+05:30Comments on लहरें: तुम्हें ख़तों में आग लगाना आना चाहिए Puja Upadhyayhttp://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-82854572743130024922016-05-19T06:36:44.240+05:302016-05-19T06:36:44.240+05:30आप को पढ़ कर अमृता बहुत याद आती हैं! आप का एक एक ल...आप को पढ़ कर अमृता बहुत याद आती हैं! आप का एक एक लफ्ज़ जैसे प्यार की स्याही में डुबो कर लिखा हो। आपकी हर रचना बहुत कुछ अपनी सी लगती है, कभी हैरत में पड़ जाती हूँ कि बिल्कुल मेरे मन की बात कैसे लिख लेते हो आप! आप मुझे नहीं जानते लेकिन प्यार है जिससे आपकी सबसे ज्यादा जान-पहचान है, इसीलिए मुझसे भी! आपसे इश्क हो गया है मुझे!!! Divyahttps://www.blogger.com/profile/17688368025698028784noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-67394145043072797202016-05-14T17:20:20.395+05:302016-05-14T17:20:20.395+05:30superb :)superb :)Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.com