tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post1010841522310500613..comments2024-03-16T10:24:55.941+05:30Comments on लहरें: दिल के बहलाने को ग़ालिब ख्याल अच्छा है...Puja Upadhyayhttp://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-989601099804108732022-02-10T01:08:55.843+05:302022-02-10T01:08:55.843+05:30एक खवाइश होती है अपनी मोहब्बत के साथ जीने की वरना ...एक खवाइश होती है अपनी मोहब्बत के साथ जीने की वरना पता तो हमको भी है के मोहब्बत भी सरकारी हो चुकी है🥀Ejuuhttps://www.blogger.com/profile/03535068156874597090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-29821757971465587042010-04-16T12:08:57.373+05:302010-04-16T12:08:57.373+05:30कब तक जिओगे यूँ ख्वाहिशों की बेखयाली में?
यूँ तो ह...कब तक जिओगे यूँ ख्वाहिशों की बेखयाली में?<br />यूँ तो हर आम-ओ-खास जिया करते हैं. <br />कुछ हटके जियो तो जानें !हिंदी सबके लिए : प्रतिभा मलिक (Hindi for All by Prathibha Malik)https://www.blogger.com/profile/13068611343586152849noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-75331342084657145122010-03-01T06:53:06.068+05:302010-03-01T06:53:06.068+05:30हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले
ब...हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले<br />बहुत निकले मेरे अरमां फिर भी कम निकले<br /><br />इस विशलिस्ट से हमें भी कुछ अधूरेपन का अहसास होता है। अच्छा लिखा। बधाई।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13562041392056023275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-31046259435632656722010-02-27T13:06:38.205+05:302010-02-27T13:06:38.205+05:30सावधान ! मोबाइल आपकी जेब काट सकता है !
क्या आप मोब...सावधान ! मोबाइल आपकी जेब काट सकता है !<br />क्या आप मोबाइल बेचना चाहते है? या आप का मोबाइल चोरी हो गया है? अगर आप का जवाब "हा" है तो, सावधान ! आप का मोबाइल आपकी जेब काट सकता है या आपको परेशानी में डाल सकता है। कैसे? जनने के लिये ये ब्लोग पोस्ट पढे http://gyanplus.blogspot.comमहेन्द्र पटेलhttps://www.blogger.com/profile/03211877932262236959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-7102470203765856462010-02-26T18:42:01.862+05:302010-02-26T18:42:01.862+05:30यह क्या कम है तुम्हारे पास ख्वाइशों की फेहरिस्त है...यह क्या कम है तुम्हारे पास ख्वाइशों की फेहरिस्त है...neerahttps://www.blogger.com/profile/16498659430893935458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-86692350194665312072010-02-26T13:38:54.470+05:302010-02-26T13:38:54.470+05:30कुछ हमारा भी लिस्ट है...
भगवन करे तुम्हारी सब ख्...कुछ हमारा भी लिस्ट है... <br /><br />भगवन करे तुम्हारी सब ख्वाहिश पूरी हो (जम्हाई लेते हुए) क्योंकि हमको मालुम है जन्नत की हक़ी...........................सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-54455164018589043502010-02-26T08:37:21.954+05:302010-02-26T08:37:21.954+05:30हजारों ख्वाहिशें ऐसी....
हमारी ख्वाहिशें हमसे लुका...हजारों ख्वाहिशें ऐसी....<br />हमारी ख्वाहिशें हमसे लुकाछिपी क्यों करती रहती हैं | पैदा होती हैं, छिप जातीं हैं, सामने आकर सामर्थ्य को उकसाती हैं, फिर समय के साथ सूर्यास्त की तरह लाल-पीली होकर जीवन से अस्त हो जाती हैं |प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-40350459795815286472010-02-26T02:08:43.461+05:302010-02-26T02:08:43.461+05:30मुझे अक्सर ऐसा लगता है कि हमारी ख्वाहिशें बस हमारी...मुझे अक्सर ऐसा लगता है कि हमारी ख्वाहिशें बस हमारी अपनी नही होतीं, बल्कि हमारे वक्त, परिस्थितियों और कुछ फ़ीलिंग्स की पैदाइश होती है..कि हम तो बस बहाना होते हैं...बंदूक के लिये कंधे की तरह..गरचे हम न हों तो वक्त किसी दूसरे चेहरे पर ’विश-लिस्ट’ का स्टीकर लगा कर फ़रमाइशी चौराहे पर खड़ा कर देगा...अब जैसे किसी बच्चे की सबसे बड़ी ख्वाहिश अपने पैरेंट्स के साथ एक समूचा दिन गुजारने की होती है...तो किसी दूसरे बच्चे की फ़ैंटेसी अपने पैरेंट्स की नजरों की परिधि से एक दिन चुरा कर बिल्कुल अपने हिसाब से जीने की होती है....सो लगता है कि हमारी कल्चरल, सोशल या फ़ैमिली बैक्ग्राउंड्स हमारी फ़ीलिंग्स के मिक्स्चर मे घोल कर यह फ़र्माइशी कॉकटेल तैयार करते हैं..गोया किसी ख़त का पता पढ़ कर मजमून समझ लेने की कोशिश..या वाइस-वर्सा (पता नही क्या बकवास किये जा रहा हूँ)..खैर आपकी विश-लिस्ट की वर्सटिलिटी खूब है..खैर है जो अपन ने अभी अपनी फ़रमाइशों का गुलदस्ता ऊपरवाले को नही थमाया...हाँ एक पिक्चर भी याद आती है..बोले तो बकेट-लिस्ट!!:-)अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-87836763757357214282010-02-25T23:54:42.531+05:302010-02-25T23:54:42.531+05:30sabki aisi hi kuch khwashien hoti hain...meri bhi ...sabki aisi hi kuch khwashien hoti hain...meri bhi ek aisi wish list hai..padhwate hain kabhi :)Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-86483052989799040522010-02-25T21:08:32.042+05:302010-02-25T21:08:32.042+05:30जिमी वाली विश को पढ़कर लगा कि काश मेरी दीदी ने भी ऐ...जिमी वाली विश को पढ़कर लगा कि काश मेरी दीदी ने भी ऐसा सोचा होता मुझे लेकर....गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-19447685054673592522010-02-25T21:06:51.179+05:302010-02-25T21:06:51.179+05:30हम्म्म्म...मुझे भी एक पोस्ट का आइडिया दे दिया तुमन...हम्म्म्म...मुझे भी एक पोस्ट का आइडिया दे दिया तुमने...<br /><br />हेडर वाली तस्वीर उस गिटार वाले से बेहतर है।<br /><br />god bless you girl!गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-80836165353683877302010-02-25T19:58:08.306+05:302010-02-25T19:58:08.306+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-21025413208900278662010-02-25T19:47:53.322+05:302010-02-25T19:47:53.322+05:30बहुत खूब, लाजबाब !बहुत खूब, लाजबाब !संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-38870151440694634532010-02-25T19:25:41.232+05:302010-02-25T19:25:41.232+05:30This comment has been removed by the author.डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-31060398304731914922010-02-25T19:25:40.045+05:302010-02-25T19:25:40.045+05:30This comment has been removed by the author.डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-16128862833328222062010-02-25T19:25:36.977+05:302010-02-25T19:25:36.977+05:30बस दस......यहां इन्हें रखने का स्टॉक कम पड़ रहा है ...बस दस......यहां इन्हें रखने का स्टॉक कम पड़ रहा है .....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-5735217633186233622010-02-25T17:46:05.186+05:302010-02-25T17:46:05.186+05:30ये दास्ताँ तुम्हारे अकेले की नहीं....
लेकिन हाँ,यह...ये दास्ताँ तुम्हारे अकेले की नहीं....<br />लेकिन हाँ,यह भी नहीं कह सकते कि कब कहाँ अचानक से कोई ऐसा मौका निकल आये और अधूरी पडी ख्वाहिशें पूरी होने की एकदम तैयार जमीन मिल जाए....<br /><br />दुआ करती हूँ कि सारी की सारी नहीं भी तो अधिकाँश कामनाएं पूर्णता पायें...शुभकामनाएं...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.com