tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post955934419324454696..comments2024-03-16T10:24:55.941+05:30Comments on लहरें: सियाहीPuja Upadhyayhttp://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-950376719688102632011-11-11T16:56:42.447+05:302011-11-11T16:56:42.447+05:30दर्पण बहुत दिनों से आपने कोई पोस्ट नहीं लिखी इन्ते...दर्पण बहुत दिनों से आपने कोई पोस्ट नहीं लिखी इन्तेजार है.और आपको क्या कहू तर्क के मूड में होना हर समय संभव नहीं ,बस इतना समझ लीजिए वो खुशनसीबी कोई अहसान नहीं खुशनसीबी वाली फीलिंग इसलिए क्युंकी जो लड़कियां जन्म नहीं ले पाई वो बदनसीब थी या जिनने जन्म ले लिया वो उनसे कुछ ज्यादा नसीब वाली है किसी का अहसान नहीं है उनपर फिर भी माता पिता का अहसान तो है ही कम से कम उतना तो है ही जितना एक पुरुष पर होता है .सच है वो में डीजेर्व करती हू पर डीजेर्व तो कई लोग बहुत कुछ करते है वो उनको कहामिलता है. वेसे ये खुशनसीबी और बदनसीबी के बीच बड़ी बारीक रेखा है ,जहा तक महिलाओं की सोच बदलने का सवाल है वो होना ही चाहिए पर मेरे लिए खुशनसीबी शब्द सही है क्युंकी मुझे लगता है है की मैं खुशनसीब हू.जन्म लेना ही जरुरी नहीं अच्छे लोग मिलना भी जरुरी है और ये बात मेरी जिंदगी में है ,हाँ अगर पूजा अपने लिए ये खुशनसीब शब्द प्रयोग में लिया जाना पसंद ना करे तो उनके लिए मैं ये शब्द वापस लेती हू.(वेसे मैंने मान लिया था की उन्हें कोई आपति नहीं होगी इस शब्द से).खेर सोच सबकी बदलनी चाहिए इस सब में एसे पुरुष भी शामिल है जो बात को कहा से कहाँ पहुंचकर उसे तर्क कुतर्क के रस्ते पर धकेल देते हैं....बाकि आपकी अगली पोस्ट का इन्तेजार रहेगा...kanu.....https://www.blogger.com/profile/16556686104218337506noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-71478636541990536562011-11-11T12:38:53.442+05:302011-11-11T12:38:53.442+05:30यह भारतीय समाज है..
लड़की होनी चाहिए, भ्रूण हत्या ...यह भारतीय समाज है..<br />लड़की होनी चाहिए, भ्रूण हत्या पाप है...<br />और अगर लड़की नहीं होगी तो फिर लड़कों की शादी किस से करेंगे...<br />लेकिन..............<br /><b>लड़की तो हो, लेकिन पडोसी के घर में हों. मेरे घर न हो....</b><br />ये है भारतीय समाज का सच..अनुराग गौतमhttps://www.blogger.com/profile/04432436780029107644noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-57501925673078190232011-11-10T21:53:40.562+05:302011-11-10T21:53:40.562+05:30खून बहता देख... मुझे लगा लड़की कर्ण की तरह निकलेगी ...खून बहता देख... मुझे लगा लड़की कर्ण की तरह निकलेगी !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-14290071499611179912011-11-10T14:34:16.072+05:302011-11-10T14:34:16.072+05:30कानू जी क्षमा करना लेकिन 'खुशनसीब होना' फ...कानू जी क्षमा करना लेकिन 'खुशनसीब होना' फील करना भी 'इन्फिरीओरिटी-कॉम्प्लेक्स' का एक रूप है. जिस बात के लिए आप अपने को खुशनसीब कह रही हो मैम वो तो आप डिजर्व करती हो, उसके लिए अपने को लकी मत मानो. <br /><br />पूजा पोस्ट पे कमेन्ट करने आया था, पर मेरा कल का कहा आज का लिखा समझ लेना. :-)<br /><br />PS: स्त्रियों कि मानसिकता में भी परिवर्तन की आवश्यकता है.दर्पण साहhttps://www.blogger.com/profile/14814812908956777870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-2562354048552053162011-11-10T12:24:56.675+05:302011-11-10T12:24:56.675+05:30kya kahu?main bahut khushnaseeb hu aur aap bhi jo ...kya kahu?main bahut khushnaseeb hu aur aap bhi jo hamari ma aur papa hamare aane par khushiya manane me mashgool hue.ye betiyan jo aa nahi paai shayad ase hi kahi na kahi panno par syahi ke aansu roti hain.....ishwar logo ko sadbuddhi de.aur aapko ase hi pyara likhne ki shakti.....kanu.....https://www.blogger.com/profile/16556686104218337506noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-36884397127918979442011-11-10T10:30:11.652+05:302011-11-10T10:30:11.652+05:30आज 10 - 11 - 2011 को आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी ह...आज 10 - 11 - 2011 को आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....<br /><br /><br /><a href="http://tetalaa.nukkadh.com/2011/11/blog-post_10.html" rel="nofollow"> ...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .तेताला पर </a><br />____________________________________संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-49791926284009646702011-11-09T22:19:39.034+05:302011-11-09T22:19:39.034+05:30nice post puja.....nice post puja.....sonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-19886359992690467532011-11-09T21:23:56.299+05:302011-11-09T21:23:56.299+05:30आपके पोस्ट पर आना सार्थक सिद्ध हुआ । पोस्ट रोचक लग...आपके पोस्ट पर आना सार्थक सिद्ध हुआ । पोस्ट रोचक लगा । मेरे नए पोस्ट पर आपका आमंत्रण है । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-58053970877155468622011-11-09T21:04:50.974+05:302011-11-09T21:04:50.974+05:30मेरे मन का लिखा हुआ है. इसमें एक एक्स्ट्रा खुशबू भ...मेरे मन का लिखा हुआ है. इसमें एक एक्स्ट्रा खुशबू भी है... जीवन की मुश्किलों के सच्चे रंग की... पूजा, आपकी कलम कि निब इस तरह अनुभूतियों की दावत में डूबी रहे.के सी https://www.blogger.com/profile/03260599983924146461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-40785366697497494192011-11-09T20:24:07.527+05:302011-11-09T20:24:07.527+05:30स्याही बहती, खून बह गया, बहती गयी कहानी,
पढ़ते पढ़...स्याही बहती, खून बह गया, बहती गयी कहानी,<br />पढ़ते पढ़ते पी ही डाला, आँखों का सब पानी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-47469055729091388132011-11-09T20:03:01.887+05:302011-11-09T20:03:01.887+05:30अब कहने को रक्खा ही क्या है. सब कुछ तो स्मृति जी न...अब कहने को रक्खा ही क्या है. सब कुछ तो स्मृति जी ने कह डाला.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-77980536685720145802011-11-09T19:41:56.008+05:302011-11-09T19:41:56.008+05:30अद्वितीय...तुम्हारा मन है या ब्रह्माण्ड!बिना इसे ब...अद्वितीय...तुम्हारा मन है या ब्रह्माण्ड!बिना इसे बाँधे बस लिखती रहो पूजा...Smriti Sinhahttps://www.blogger.com/profile/00670824219525092017noreply@blogger.com