tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post8429304285096762850..comments2024-03-16T10:24:55.941+05:30Comments on लहरें: बारिशों से, बारिशों में लिखे खतPuja Upadhyayhttp://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-70263115207396203612011-11-10T11:56:22.071+05:302011-11-10T11:56:22.071+05:30पूजा आपकी इस बात से पूरी तरह सहमत की शादी के बाद प...पूजा आपकी इस बात से पूरी तरह सहमत की शादी के बाद प्यार बढ़ता है ,मेरा व्यक्तिगत अनुभव भी यही कहता है.ये भी सच है की शादी के बाद मैंने भी लोकेश को कोई मेल नहीं लिखा पर पुराने मेल मुझे या कहू तो हम दोनों को मुस्कुराने पर मजबूर कर देते हैं....लोकेश कविताएँ नहीं लिखते पर मेरी कविताएँ पढ़ते है,वेसे जानती नहीं की ये बात मुझे कहनी चाहिए या नहीं पर जितना सच ये है की हमारी अर्रेंज मेरिज है उतना ही सच ये है लोकेश शादी के कई समय पहले से मेरी कविताएँ पढ़ते रहे है .उनके पास मेरी उन कविताओं का संग्रह भी है जो मेरे पास नहीं है या में कभी ऑरकुट या ब्लॉग पर लिखकर उन्हें भुला चुकी थी..सच है प्यार आपको अन्दर से ताकत देता है ,जीने की भी और लिखने की भी.आपसे बात करके अच्छा लगा और मैं भी इश्वर से यही दुआ करती हू की वो आपकी और कुनाल की प्रेम कहानी को नए आयाम दे.kanu.....https://www.blogger.com/profile/16556686104218337506noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-10492182903687137512011-11-09T18:10:23.966+05:302011-11-09T18:10:23.966+05:30@कनु, कविता या कहानी काल्पनिक होती है इसलिए उसमें ...@कनु, कविता या कहानी काल्पनिक होती है इसलिए उसमें अक्सर बिछड़ना, दूर रह कर भी याद करना जैसी बातें होती हैं. <br /><br />असल जिंदगी में अगर आप जिससे प्यार करते हैं उससे शादी होती है तो प्यार कहीं नहीं जाता, साल दर साल बढ़ता ही रहता है. मैं अब कुणाल को मेल नहीं लिखती, न उसे कुछ लिखने की जरूरत महसूस हुयी कभी. कुछ ज्यादा वक्त बीत जाने पर पुराने मेल पढ़ती हूँ तो प्यार वैसी ही ताजगी से भरा महसूस होता है. <br /><br />अगर व्यक्तिगत अनुभव से कहूँ...तो शादी के बाद प्यार बढ़ता है है और इसके कई आयाम भी देखने को मिलते हैं. शादी के बाद प्यार मुखर नहीं रहता...कुछ वैसा ही जैसे आप जब १६-१९ साल के होते हो आपको अपनी खूबसूरती का ज्यादा ध्यान रहता है, पर जब आप २८ के हो जाते हो आप जानते हो कि सिर्फ चेहरा ही सब कुछ नहीं होता :) <br /><br />आपके पति ने शायद आपके लिए कविता लिखी नहीं है कभी, मेरा यकीन मानिये जिस दिन लिखेंगे न...जिंदगी के सबसे खूबसूरत दिनों में से एक होगा. मेरी ओर से आपको प्यारभरे जीवन की अनंत शुभकामनाएं.Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-33547655192965738302011-11-09T16:18:39.319+05:302011-11-09T16:18:39.319+05:30पूजा आज आपको पढ़ा तो एसा लगा जेसे प्रेम का वो फलसफा...पूजा आज आपको पढ़ा तो एसा लगा जेसे प्रेम का वो फलसफा पढ़ लिया जो बरसों से दिल में दफ़न रहता है पर कोई कह नहीं पाता. सच है सफल प्रेम कहानियां वही बनती जहा विछोह होता है क्युंकी शादी के बाद सफल जिंदगी हो सकती है सफल शादी हो सकती है पर प्रेम कहानी वेसी नहीं होती जिसे सच में प्रेम कहानी कहा जाए हाँ प्रेम हो सकता है .....! सच है कभी कभी प्रेम एक तरफा होता है तो सुहाना सा होता है,दोतरफा होने के बाद नीरस सा हो जाता है,जब तक नहीं मिलता मिल जाने की ललक रहती है मिलने के बाद कमियों की फेहरिस्त बढ़ने लगती है.....रिश्ते हमेशा से complicated होते हैं. सच कहू तो मैं अपने पति के लिए कई कविताएँ लिखती हू....और ज्यादातर में अगाध प्रेम होता है पर इस बात से डरती हू जिस दिन उनने मेरे लिए लिखना शुरू कर दिया उस दिन क्या होगा....तब क्या नया बचेगा जीवन में? ये कविताएँ भी शायद पत्रों जेसी हैं जवाब आने लगेंगे तो मजा ख़तम :)<br />आपकी पोस्ट बहुत अच्छी लगी .kanu.....https://www.blogger.com/profile/16556686104218337506noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-38791510335614048612011-11-05T19:41:53.019+05:302011-11-05T19:41:53.019+05:30लाजवाब ...
किंकर्तव्यविमूढ़ सा पढ़ गया. फिर मन में ए...लाजवाब ...<br />किंकर्तव्यविमूढ़ सा पढ़ गया. फिर मन में एक सवाल उभरा : यह आलेख है या कविता.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-80077627479472390742011-11-04T21:09:20.521+05:302011-11-04T21:09:20.521+05:30bahut khoobsurat likha hai!!
Truly Awesome!bahut khoobsurat likha hai!!<br />Truly Awesome!abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-39352757945762674032011-11-03T12:46:11.114+05:302011-11-03T12:46:11.114+05:30गज़ब के भाव समाये हैं।गज़ब के भाव समाये हैं।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-83030860956449599602011-11-03T05:49:40.795+05:302011-11-03T05:49:40.795+05:30सबसे खूबसूरत प्रेम कहानियां वे होती हैं जहां प्रेम...सबसे खूबसूरत प्रेम कहानियां वे होती हैं जहां प्रेमी बिछड जाते हैं । सही कहा वरना षादी के बाद प्रेम बचता कहां है, बचती है बस दुनियादारी ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-40844503041718611962011-11-02T22:11:17.094+05:302011-11-02T22:11:17.094+05:30पहाड़ की उंचाई पर - पैदल चढ़ने के बाद ठंडी हवा का झो...पहाड़ की उंचाई पर - पैदल चढ़ने के बाद ठंडी हवा का झोंका, बारिशें, समुद्र के किनारे लहरें, चिट्ठियाँ... ये दिमाग को शुन्यावस्था में ले जाने की क्षमता रखते हैं.<br />और मुझे तो लगता है... जो लोग बिछड़ जाते हैं सिर्फ वही प्रेमकहानी बनती है. खुबसूरत तो सारी प्रेमकहानियाँ होती हैं :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-69791103782796646002011-11-02T22:08:46.348+05:302011-11-02T22:08:46.348+05:30पति पत्नी एक दूसरे को खत लिखने लगें तो घर में क्या...पति पत्नी एक दूसरे को खत लिखने लगें तो घर में क्या बचेगा बातचीत के लिये। वियोग में प्रेम की सांध्रता अधिक होती है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8251191037711858199.post-63624949638622460382011-11-02T19:58:22.338+05:302011-11-02T19:58:22.338+05:30कुछ रिश्ते एक तरफ से ही पूरी शिद्दत से निभाए जा सक...कुछ रिश्ते एक तरफ से ही पूरी शिद्दत से निभाए जा सकते हैं. जहाँ दूसरी तरफ से जवाब आने लगे, खतों की खुशबू ख़त्म हो जाती है. वो नर्म, नाज़ुक हाथों वाली लड़की याद तो है आपको, जो लेखक को ख़त लिखा करती थी? जी...जैसा कि आपने सोचा...और खुदा ने चाहा...लेखक को अनजाने उसी से प्यार हुआ. दोनों ने एक दुसरे को क़ुबूल कर लिया. <br />Sahee kah rahee ho!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com