29 August, 2009

quizas...शायद

छुट्टी का दिन है आज अधिकतर लोगों के लिए...सारे घर में चादर तान के सो रहे होंगे...कम से कम हम तो ऐसा ही सोचते हैं....आज सुबह इत्ती प्यारी थी की उठने का मन ही नहीं कर रहा था। इस चक्कर में फ़िर लेट हो गई, और रजिस्टर में लिखने की नौबत आ गई...लिखा तो कुछ नहीं, पर सहेरा को बोल जरूर दिए, क्या लिखें, मन नहीं है ऑफिस आने का ☺पर अफ़सोस हमने ऐसा लिखा नहीं।

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फ़िर कल से ये गाना सुन रही हूँ...पोस्ट किए बिना दिल नहीं माना...इसी बहाने कहीं रहेगा तो सही, जो वाला सुन रही थी वो Nat King Kole का है...उफ़ क्या कमाल की आवाज है, बिल्कुल मखमल सी फिसलती हुयी, गाना सुन के पैर ऐसे थिरकते हैं कि लगता है बाँध के रखना पड़ेगा आख़िर ऑफिस में जो हैं ☺आपमें से किसी कि इच्छा होतो इसे घर में बजाइए, डांस कीजिये...हमको धन्यवाद दीजिये...हम तो वैसे प्राणियों में से हैं कि कुछ अच्छा सुनानहीं कि शुरू हो जाते हैं, हालाँकि कुणाल को धमकाते जरूर हैं कि शादी की, लाइफ पार्टनर तुम हो तो अब डांसपार्टनर कहाँ ढूँढने जाएँ, लेकिन चल जाता है...वो बेचारा भला प्राणी मेरे आए दिन बदलते म्यूजिक को झेल जाता हैइतना काफ़ी है। मैं जब भी कोई ऐसा गीत सुनती हूँ, या कोई फ़िल्म देखती हूँ, या किसी किताब का अंश कहीं पढ़तीहूँ तो अचानक से लगने लगता है, जिंदगी कितनी छोटी है और कितना कुछ है देखने को, पढने को गुनगुनाने को...

और कहाँ हम ऑफिस के जंजालों में जकड़े हुए हैं...मन का भटकता यायावर फ़िर हल्ला मचाने लगता है...मैंने अपने जैसी कम लड़कियाँ देखी हैं। हर कुछ दिन मुझे ऐसा लगने लगता है...एक अच्छा कैमरा होता SLR, एक नोर्मल सा ही videocam होता, बहुत सारे अच्छे गाने आईपॉड में और एक बाइक अच्छी वाली, और मेरा देश कुछ अच्छा होता जो मैं ये सारा सामान उठा के कहीं घूमने चल देती। बाइक न हो तो जिप्सी चलेगी...बिल्कुल बंजारों सी, जानती हूँ एक लड़की होते हुए मेरा ऐसी कोई कल्पना करना ही बेमानी है। पर कभी जिंदगी में मौका लगा तो अपने इस सपने को जरूर जियूंगी। चले जा रहे हैं मीलों मीलों कुछ नहीं, पेड़ पौधे, बंजर खाली सड़क साथ में कोई नहीं बस कोई सुरूर छाया हुआ सा गीत बज रहा है...और हमें लग रहा है कि हम अपनेआप के साथ चल रहे हैं।

कुणाल मुझे "a man trapped in a woman's body" कहता है...पता नहीं कैसे बंधन बिल्कुल पसंद नहीं हैं मुझे...कुणाल इसलिए सबसे अच्छा लगता है मुझे, समझता है बिल्कुल परफेक्टली और उड़ने का खुला आसमान देता है मुझे। मुश्किल होता है कि कोई ऐसा मिल जाए जो आपकी हर जरूरत को समझे, हर पागलपन को समझने की कोशिश करे...इसी को तो सोलमेट कहते हैं :)

बरहाल गाने का अंग्रेजी अनुवाद कुछ इस तरह से होता है:
You won't admit you love me and so
How am I ever to know
You only tell me
Perhaps, perhaps, perhaps
A million times I ask you and then
I ask you over again
You only answer
Perhaps, perhaps, perhaps
If you can't make your mind up
We'll never get started
And I don't want to wind up
Being parted, broken hearted
So if you really love me say, "yes"
But if you don't, dear, confess
And please don't tell me
Perhaps, perhaps, perhaps
If you can't make your mind up
We'll never get started
And I don't want to wind up
Being parted, broken hearted
So if you really love me say, "yes"
But if you don't, dear, confess
And please don't tell me
Perhaps, perhaps, perhaps
Perhaps, perhaps, perhaps
Perhaps, perhaps, perhaps

and this is the original sung by Nat King Kole

Nat King Cole - Qu...

19 comments:

  1. छुट्टी का दिन है आज अधिकतर लोगों के लिए...सारे घर में चादर तान के सो रहे होंगे
    ---------
    जले पर नमक लग गया कुछ! :(

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  2. हम भी यहाँ ऑफिस में बैठे कुढ़ रहे हैं मोहतरमा... बाहर सुहाना मौसम है और हुमायूँ का किले से सदा आ रही है... कमबख्त अपनी रोज़ी-रोटी इतबार को भी आराम नहीं...

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  3. सही कहा अच्छा लाइफ पार्टनर बड़ी किस्मत से मिलता है या यूँ कहें कि अच्छी किस्मत वालों को मिलता है....पता नहीं हमारी किस्मत में क्या लिखा है :) :)

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  4. कहीं पढा था कि मोहन राकेश जी कहते थे कि जिस दिन आफिस जाने का मन ना करे तो अपना इस्तीफा भेज देना चाहिए। खैर ना हम मोहन राकेश जी है ना ही वो समय रहा। वैसे ये सही है कि जिदंगी बहुत छोटी होती है। इसलिए जिस समय को जी रहे हो भरपूर जी लो। और हाँ गीत का अग्रेजी अनुवाद पढकर अंदाजा लगाया कि गीत बाकई प्यारा होगा।

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  5. gaana sun paate to achchha lagta par is system men gaana sun paane ki suvidha nahi hai

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  6. हां चादर तो नही पर पैर समेट कर जरुर सो लिये आज.:)

    वाकई लिखने का अंदाज शानदार है, जो दिल मे है उसको शब्दों मे ढाल देना जादूगरी है. बहुत शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  7. ऑफिस में बैठकर पढ़ रहे है..

    अब और कुछ बाकी रहा क्या कहने को??

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  8. जब यह सपने देखने का समय आयेगा तब तक सपना कुछ और हो जायेगा और ऐसा होना भी चाहिये तभी ज़िन्दगी का मज़ा आता है और हाँ सुशील जी वो मोहन राकेश जी वाला काम मै कर चुका हूँ नौकरी छोड़कर देखिये बहौत मज़ा आता है ।

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  9. ऑफिस से छूटें तो गाना सुनें..वैसे पार्टनर जो सब समझे...मिला..बधाई. :)

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  10. May an emphatic "YES" echos very soon...

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  11. Aha Aap se to shayad ishq ho jaayega mujhe....deep thoughts and badi pyaari Hindi hai jee aap ki....I somehow forgot Hindi and its this sweetness...Hoping to follow your blog so I continue to love my native language, meri aa boli...


    btw office jaane ka man na hota aur us pe man ki baat maan bhi li jaati to shayad yeh post kabhi nahin milti, haamein aapko, unko, inko sabko...:-P

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  12. यायावरी की तमन्ना पूरी हो मैडम की।

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  13. हम तो आपकी पोस्ट तब पढ़ रहे हैं जब छुट्टी ही खत्म हो गई.. शानदार लिखा है आपने

    हैपी ब्लॉगिंग.

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  14. हम भी देर से आये इस पोस्ट पर । गाना तो सुन ही लिया । आभार ।

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  15. apna bhi man hota hai kabhi kabhi.. ek convertible car ho, jismein apne doston ke sath baith kar open air driving ka maza lene nikal jaayein.. anant kaal ke liye... par kya karein.. na to convertible car hai aur na college wale jaane denge...

    nice post.. :)

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  16. waise to mai jaanti hu ki aap ko mere comments ka koi intejaar nahi hota...aur ho bhi kyu...mai to aapki ek mamuli c reader hu
    anyways....congrats for u're soulmate

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