23 April, 2009

ऐसे ही...रोजाना की बातें

इतने दिन बाद जाके मौका मिला था...आज इलेक्शन के कारण ऑफिस में छुट्टी है...हमने जी भर कर लिखा, और खूब लिखा। पर इस नामुराद ब्लोगेर को जाने हमसे क्या दुश्मनी थी, पोस्ट को सेव ही नहीं किया इसने...और हमारे लैपटॉप की दुःख भरी व्यथा तो आप जानते है हैं। हैंग कर गया...तो बस हमने हार्ड रिबूट कर दिया...वापस ऑन किया तो क्या पाते हैं की हमारी घंटों की मेहनत का कहीं नामो निशान नहीं है। पोस्ट गायब...जाने कौन से पाप का फल मिला है...हम तो कर्म कर रहे थे, ब्लॉगर पर भरोसा था इसलिए फल की चिंता नहीं करते थे। अब कितने सारे बैक अप बनाये एक बेचारा इंसान , यही करते रहे तो पोस्ट कब करे।

एक तो वोट नहीं कर पाये तो ऐसे ही खुन्नस हो रही है, वोटर्स लिस्ट में हमारा नाम नहीं आया...आख़िर आख़िर तक नहीं आया। अब हम इस देश को बदलें तो कैसे, खैर अगला चुनाव आएगा...तब तक शायद बन जाए। पर तब तक हम बंगलोर में रहेंगे ये भी तो पता नहीं है।

अब फ़िर से पूरी पोस्ट लिखने की हिम्मत नहीं हो रही है, तीन चार घंटों की मेहनत पर पानी फ़िर जाए तो दिल वैसे ही टूट जाता है...

आप ये गाना सुनिए। हम भी सुन कर बहला रहे थे ख़ुद को, की कुछ तो महफूज़ है...कहीं पूरा ब्लॉग ही डिलीट हो जाए तो...हम तो सोच कर ही डर गए(वैसे हमने ब्लॉग का बैक अप डाउनलोड कर रखा है :D ) महफूज़...बड़ा खूबसूरत है

Mehfuz.mp3

18 comments:

  1. पोस्ट कभी-कभी अपने आप "सेव" नहीं होती है। ऐसे में "save button" खुद ही बार-बार दबायें। वैसे लिखी-लिखायी पोस्ट खोने में भी आपका कोई फायदा ही हो सकता है। पूरे ब्लाग का बैकप लेने में भी बुद्धिमता है।

    एक सुझाव: यूँ तो आपका चिट्ठा हिंदी में है, लेकिन इधर-उधर फिर भी अंग्रेजी के अल्फाज़ दिख रहे हैं। इन्हें भी हिंदीमय करें तो बड़ी कृपा होगी!

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  2. पूजा जी,

    सच में त्रासद है किसी पोस्ट का सेव ना होना और पोस्ट किये जाने के पहले लैपटॉप का हैंग हो जाना।

    आपके साथ हम सभी कभी ना कभी ऐसे दौर से गुजरते हैं, ईश्‍वर फिर ऐसा दिन कभी ना दिखाये।

    एक हमदर्द,

    मुकेश कुमार तिवारी

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  3. मैं कोई तकनीकी जंतु तो नहीं हूं कि सलाह दे सकूं, पर बहुत बार मैं भी यह समस्या झेल चुका हूं और अंत में मैंने विंडोज़ लाइव राइटर की शरण ली. तबसे सब ठीक है. हां, कंट्रोल एस इसमें भी बार-बार दबाएं. क्योंकि कर्मण्ये ही वाधिकारस्ते. भाग्य से माल सेव नहीं होगा. उड़ भले जाए.

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  4. गाना सुना. साथ में एनिमेशन देखने में खूब मजा आया. आभार.

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  5. कभी कभी जब ढेर सारी मेहनत पर पानी फिर जाए तो सचमुच दिल दुखता है ....कोई नहीं अगली बार हम आपकी उस तरह की पोस्ट पढेंगे

    मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति

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  6. पोस्ट आपकी उड़ी..नींद हमारी खुली..
    दिमाग में मची न जाने कैसी खलबली..
    तुरंत भागे,बनाई ब्लॉग की पूरी बैकअप
    तब टिप्पणी की है और चैन की सांस ली.


    --बहुत दुख हुआ. खैर, हम तो हर पोस्ट वैसे भी बारहा से वर्ड पैड में टाईप कर सेव करते हैं और तब कट पेस्ट करके पोस्ट करते हैं, तो ऐसी समस्या की गुजांईश कम ही होती है.

    खैर, सीख अच्छी मिली.

    -गीत कर्णप्रिय रहा..पहली बार सुना.

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  7. ब्लॉग का बेक अप.....क्यों डरा रही हो यार अपने पास तो कोई बेक अप नहीं है किसी वास्ते ......

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  8. सच्ची दुख होता जब मेहनत पर पानी फिरता है। शायद उसमें ही कुछ अच्छा छिपा हो।

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  9. बना सकती हैं तो जिंदगी का बैक-अप बनाइये!

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  10. खैर वोटर लिस्ट में तो हमारा भी नाम नहीं आया. घंटो लाइन में लग कर फॉर्म जमा करवाया था पर पता चला की वो तो बना ही नहीं......



    ........पोस्ट डिलीट हो जाने का अफ़सोस है..

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  11. बहुत अच्छे आईडिया दिये है. आज हम भी बैक अप बनवा लेते हैं..इसका बनाने वाला मिस्त्री कहां मिलेगा? :)

    रामराम.

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  12. हम जो लिखने की सोच रहे थे गाना सुन कर भूल गए. हाँ तो ऐसा तो हम सब के साथ एक दो बार तो हो ही चुका होगा. हमने एक standby दूसरा ब्लॉग भी बना रखा है (द्वितीय प्रति). बेक-up लेना भी अच्छी बात होगी. दुःख हुआ की एक तो इतने दिनों के बाद आये और वही हुआ "कहने को बहुत कुछ था अगर कहने पे आते".

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  13. कोई बात नहीं फ़िर से लिखो। जो होगा देखा जायेगा।

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  14. ohhh to ek achi si post padhne se chuk gaye hum to phir :-( koi nahi aapke pas to khazana hai woh nahi koi aur sahi :-) btw lovely lovely songs :-) keep wriitng

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  15. ब्लॉग का बैकअप लेकर सही किया.. वैसे अपना नाम भी वोटर लिस्ट से गायब है.. टाटा टी को फोन किया तो बताया अभी वो लोग सो रहे है :)

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  16. हंसी आ रही है तुम्हारी भोली सी भाषा सुनकर...और दुख हो रहा है...तुम्हारी मेहनत पर ...जो बेकार चली गयी...कोई बात नहीं एक हम हर बार कुछ न कुछ सीख ही जाते हैं....SO BE HAPPY....

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  17. स‌च, बहुत दुख की बात है लिखी हुई पोस्ट डिलीट हो जाना या स‌ेव न होना. मेरे खयाल स‌े स‌बसे बेहतर तरीका यही है कि वर्डपैड में स‌ेव करके लिखें और फिर पेस्ट कर दें। जैसा कि स‌मीर जी ने भी बताया। इस टिप्स पर अमल करें और फिर देखें कभी कोई पोस्ट मिस नहीं होगी। आपकी भाषा और लिखने की शैली अच्छी लगती है।

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  18. ye song pehli baar sune..kiska gana hai??

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